डॉ.श्रीनिवास शर्मा की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक संपन्न


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार जिले में कोरोना वायरस कोविड-19 की रोकथाम के परिप्रेक्ष्य में लॉकडाउन को लेकर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ.श्रीनिवास शर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक संपन्न हुई । बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कांता ठाकुर, पूर्व नगर निगम महापौर श्रीमती कांता सदारंग, पूर्व विधायक श्री पं.रमेश दुबे, श्री नानाभाऊ मोहोड, श्री ताराचंद बावरिया, श्री विवेक बंटी साहू, श्री रमेश पोफली, श्री दौलत सिंह ठाकुर, श्री विजय झांजरी आदि सदस्य उपस्थित थे । वहीं पुलिस अधीक्षक श्री विवेक अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेंद्र सिंह नागेश, अतिरिक्त कलेक्टर श्री राजेश बाथम, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.गिरीश रामटेके, नगर निगम आयुक्त श्री राजेश शाही, एस.डी.एम. श्री अतुल सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रदीप मोजेस, सिविल सर्जन डॉ.श्रीमती पी.गोगिया सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे ।  
      बैठक में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति व कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सैम्पल, विकासखंडवार स्क्रीनिंग, आईसोलेशन, क्वारन्टाईन, रैपिड रिस्पांस टीम, कन्टेन्टमेंट क्षेत्र में किये गये स्वास्थ्य परीक्षण सर्वे, दवा व उपकरण आदि के संबंध में चर्चा की गई । जिसमें कहा गया कि मुख्य बात जिले को कोरोना के प्रभाव से मुक्त रखने की जो पॉलिसी है वह किसी भी स्थिति में फैल नहीं होना चाहिये । लॉकडाउन को लेकर सभी ने कहा कि जल्दबाजी न कर धीरे-धीरे इस दिशा में कदम बढ़ाया जाये । तीन मई के बाद अन्य जिलों द्वारा उठायें गये कदम व उनके प्रभाव को देखते हुये इस दिशा में निर्णय लिया जाये । बैठक के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्य व दुकानों को खोलने के साथ आवश्यक वस्तुओं की होम डिलेवरी पहले की भांति ही चलने, कृषि केन्द्र, सीमेंट व लोहा की दुकानें खोलने के संबंध में कहा गया । कोरोना संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत अभी मुख्य बाजारों को खोलने व नगरीय क्षेत्र में निर्माण कार्य व कुल्फी तथा फुल्की की दुकाने शुरू करने समिति द्वारा उचित नहीं समझा गया । कुछ शर्तो के साथ इलेक्ट्रिक दुकानों को रविवार के दिन खोलने पर चर्चा भी की गई, किंतु इस दिशा में और विचार करने पर बल दिया गया । सब्जी ठेले वालों को नंबरिंग के आधार पर प्रत्येक वार्डो पर जाने पर भी चर्चा की गई । बैठक में गेहूं उपार्जन को लेकर भी चर्चा की गई, जिसमें गेहूं उपार्जन केन्द्र बढ़ाने, मौसम को देखते हुये उपार्जित गेहूं का शीघ्र परिवहन करने के साथ जिला चिकित्सालय में इमरजेंसी वाले प्रकरणों पर प्राथमिकता से इलाज करने को कहा गया । इस दौरान कपास खरीदी को लेकर भी चर्चा की गई । समिति ने कहा कि गेहूं उपार्जन के समय गेहूं साफ-सुथरा हो, टूटा हुआ नहीं हो, मिट्टी मिला हुआ भी नहीं हो, इसका ध्यान रखें । चमकविहीन होने पर भी गेहूं क्रय करें । इसके साथ कुछ खरीदी केन्द्रों पर औचक निरीक्षण के साथ अवैध शराब विक्रय की जांच करने पर भी चर्चा की गई ।